नगर निगम के तकरीबन चार हजार अधिकारियों-कर्मचारियों की सैलेरी में होने वाली देरी को खत्म किया है। एनआईसी जोधपुर द्वारा तैयार किए गए सॉफ्टवेयर 'पीआरआई पे मैनेजर' से। इसके साथ ही निगम के छोटे कर्मचारी, जिन्हें अक्सर छोटे-मोटे काम के लिए भी महीनों तक चक्कर लगाने पड़ते थे, उससे भी अब राहत मिलनी शुरू हो चुकी है। प्रत्येक अधिकारी या कर्मचारी अपने खुद के मोबाइल पर एनआईसी के बनाए एप को इंस्टॉल करके खुद की सैलेरी स्लिप या अन्य जानकारी देखने की सुविधा मिलने लगी है। निगम के प्रशासक एसके ओला के अनुसार कम पढ़े लिखे कर्मचारियों को लोन या अन्य काम के लिए कुछ बिचौलिए उलझाए रखते थे, लेकिन अब ये समस्या खत्म हो जाएगी।
ओला के अनुसार वार्डों में काम करने वाले कर्मचारियों को सैलेरी स्लिप, जीए-55 या अन्य छोटी-मोटी जानकारी के लिए अब मुख्यालय पहुंचने की जरुरत नहीं पड़ेगी। एनआईसी के वरिष्ठ तकनीकी निदेशक हनुमानसिंह गहलोत व इनकी टीम ने कर्मचारियों से जुड़े इन कार्यों को पूरी तरह ऑनलाइन कर दिया है। नए सॉफ्टवेयर और इससे जुड़े मोबाइल एप्लिकेशन के बारे में प्रत्येक कर्मचारी-अधिकारी को ट्रेनिंग भी दिलाई जा रही है, ताकि वे इसमें उपलब्ध सुविधाओं का फायदा उठा सके।
निगमकर्मियों को नए सॉफ्टवेयर से मोबाइल पर मिलेगी जानकारी